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मंगलवार, 24 फ़रवरी 2015

शायरों के अंदाज़

दो मशहूर शायरों के अपने-अपने अंदाज…

पहले मिर्ज़ा गालिब :-

– “उड़ने दे इन परिंदों को आज़ाद फिजां में ‘गालिब’
जो तेरे अपने होंगे वो लौट आएँगे…”

शायर इकबाल का उत्तर :-

– “ना रख उम्मीद-ए-वफ़ा किसी परिंदे से …
जब पर निकल आते हैं …
तो अपने भी आशियाना भूल जाते हैं…”

हकीकत


हकीकत का मुझे पत्ता नहीं,

हवाओं का खौफ लगता हैं !

किसे दोष दूं  यारो

अपना ही मन उखङा -उखङा रहता हैं !!

मिट्टी से बना , मिट्टी में मिला जायेगा

चिड़िया जब जीवित रहती है तब
वो चिंटी को खाती है चिड़िया जब मर जाती है तब
चींटिया उसको खा जाती है। इसलिए इस बात का ध्यान
रखो की समय और स्तिथि कभी भी बदल सकते है इसलिए
कभी किसी का अपमान मत करो कभी किसी को कम मत आंको।
तुम शक्तिशाली हो सकते हो पर समय तुमसे भी शक्तिशाली है।
एक पेड़ से लाखो माचिस की तीलिया बनाई जा सकती है पर एक
माचिस की तिल्ली से लाखो पेड़ भी जल सकते है।
कोई चाहे कितना भी महान क्यों ना हो जाए, पर कुदरत
कभी भी किसी को महान बनने का मौका नहीं देती।
*कंठ दिया कोयल को, तो रूप छीन लिया ।
*रूप दिया मोर को, तो ईच्छा छीन ली ।
*दी ईच्छा इन्सान को, तो संतोष छीन लिया ।
*दिया संतोष संत को, तो संसार छीन लिया ।
*दिया संसार चलाने देवी-देवताओं को, तो उनसे भी मोक्ष छीन
लिया ।
*मत करना कभी भी ग़ुरूर अपने आप पर 'ऐ इंसान' भगवान ने तेरे
और मेरे जैसे कितनो को मिट्टी से बना के, मिट्टी में मिला दिए ।

इस व्हाट्सएप्प के चक्कर में

स व्हाट्सएप्प के चक्कर में
दिमाग के नट बोल्ट ढीले हो
गये हैं..

एक सेकंड में मिजाज़ शायराना
हो जाता है और अगले ही सेकंड
में देश भक्ति जाग ऊठती हैं. ✊

ऊसके फौरन बाद सनी लिओनी
आकर बाँडी में केमिकल लोचा
एक्टिवेट करती है. ☺

तभी अचानक कोई ग्यानी भगवान
बुद्ध और विवेकानन्द की चार
लाईने भेजकर मुड का सत्यानाश
करता है.✋

ऊसके बाद कोई दुखी आत्मा
बिवीयों पर जोक भेजकर अपनी
मर्दानगी साबित करने की कोशिश
करता है।

और जब थोड़ा सकुन मिलने का
समय आने ही वाला होता है,
तब एक डरावना फारवर्ड
साई के नामसे आता है कि
ईसे दस लोगों को भेजो तो लाटरी
लगेगी वर्ना सत्यानाश होगा।

इसके बाद दिमाग का दहीबड़ा
तब होता है जब कोई
क्विज ले के आता है।

मनुष्य का इतने तेजी से ह्रदय
परिवर्तन तो सिर्फ व्हाट्सअँप पर
ही हो सकता है।
नमस्कारम

किसी ने रोज़ा रखा

किसी ने रोज़ा रखा
और
किसी ने उपवास रखा,,
हमने वो पुण्य नहीं कमाये,
बस माँ बाप को पास रखा ..!!

"नहीं मांगता ऐ खुदा कि,
जिंदगी सौ साल की दे !

दे भले चंद लम्हों की,
लेकिन कमाल की दे"....!!

पंचायत चुनाव पर......

पंचायत चूनाव की चार लाईन :---
खेत नहीं, खेती नहीं, नहीं पसीना रंच,
सावधान ऐसा कोई बने नही सरपंच..
पैसा जिसका धर्म हो रुपया हो ईमान,
ऐसे बेईमान को मत करना मतदान..
मुंह मे तो मिसरी रखे मन मे राखे खौट,
चाहे सग्गा बाप हो उसे मत देना वोट..
सचाई ना हॊ जिसकॆ पास,
ना कर सकॊ जिस पर विश्वास,
भादौ जैसी जौ करे वादो की बरसात,
उसे विदा कर दीजीए धन्यवाद के साथ..
वोट बेच कर जो करे वोटों का व्यापार,
उसकी मां के दूध को बार-बार धिक्कार...!

मै जिसे देख कर चौंकता था

मै जिसे देख कर चौंकता था
वो कुत्ता मुझ पर ही भौंकता था

रोज रोज मुझे काटने दौडता था
मै भी डण्डा ले कर दौडता था

एक दिन वह मेरे पांव चूमने लगा
मेरे चारो तरफ घूमने लगा

अपार स्नेह मुझ पर बांटने लगा
धीरे से वह मेरे पांव चाटने लगा

मैने कहा तू मेरे पीछे दौडता था
रोज रोज तू मुझ पे भौंकता था

आज तु मेरी पेंट भी नही पकड रहा
सच सच बता तू कही चुनाव तो नही लड रहा.....वो बोला हाजी सर

देतें रहेंगे तो मीठे लगेंगे

नदी में पानी मीठा रहता हैं
क्योंकि वो पानी देती रहती हैं,

सागर का पानी खारा रहता हैं
क्योंकि वो पानी लेता रहता हैं....

अपना जीवन भी वैसा ही हैं।

देतें रहेंगे तो मीठे लगेंगे।।।।
    लेतें रहेंगे तो खारे लगेंगे।।।।           

नफरतों के बाजार में

नफरतों के बाजार में जीने का अलग ही मजा है.!.
लोग "रूलाना" नहीं छोडते,
और हम "हसना" नहीं छोडते..!!..
"हमने अपने नसीब से ज्यादा अपने दोस्तो पर भरोसा रखा है.
क्युंकि
नसीब तो बहुत बार बदला है,
लेकिन मेरे दोस्त अभी भी वही है!"               ......

हम तो कनफुजिया गया हूँ...

जोधपुर का मौसम एकदम लूल होई गवा है...।
बोले तो..
ससुरा कभी गरमी लगत है,
तो कभी ठण्डा...
काउनो फिरकी ले रहा है, हम लोगन का...
इ wrong नंबर है...
ई गोल पर मौसम
का काउनो भरोसा ही नाहीं...
एक तो ठण्डा ऊपर से, इ ससुरा बारिश..!!
हम तो कनफुजिया गया हूँ...

नहीं लिखता क्योंकि......

उनको ये शिकायत है.. मैं बेवफ़ाई पे
नही लिखता,

और मैं सोचता हूँ कि मैं उनकी रुसवाई पे
नही लिखता.'

'ख़ुद अपने से ज़्यादा बुरा, ज़माने में कौन
है ??

मैं इसलिए औरों की.. बुराई पे
नही लिखता.'

'कुछ तो आदत से मज़बूर हैं और कुछ
फ़ितरतों की पसंद है ,

ज़ख़्म कितने भी गहरे हों?? मैं उनकी दुहाई पे
नही लिखता.'

'दुनिया का क्या है हर हाल में, इल्ज़ाम
लगाती है,

वरना क्या बात?? कि मैं कुछ अपनी..
सफ़ाई पे नही लिखता.'

'शान-ए-अमीरी पे करू कुछ अर्ज़.. मगर एक
रुकावट है,

मेरे उसूल, मैं गुनाहों की.. कमाई पे
नही लिखता.'

'उसकी ताक़त का नशा.. "मंत्र और कलमे" में
बराबर है !!

मेरे दोस्तों!! मैं मज़हब की, लड़ाई पे
नही लिखता.'

'समंदर को परखने का मेरा,
नज़रिया ही अलग है यारों!!

मिज़ाज़ों पे लिखता हूँ मैं उसकी.. गहराई पे
नही लिखता.'

'पराए दर्द को , मैं ग़ज़लों में महसूस करता हूँ ,

ये सच है मैं शज़र से फल की, जुदाई पे
नही लिखता.'

'तजुर्बा तेरी मोहब्बत का'.. ना लिखने
की वजह बस ये .

क़ि 'शायर' इश्क़ में ख़ुद अपनी, तबाही पे
नही लिखता........!!!!

दर्द ए दिल

अक्स चेहरे पे आफताब का है.
किस इलाके में घर जनाब का है !

जिस जमाने में मै हुआ पागल.
वो जमाना तेरे शबाब का है !

मेरी नजरें भी हैं कुछ आवारा.
कुछ इशारा तेरी नकाब का है !

तुमने अच्छा किया कि दिल तोड़ा.
ये जमाना ही इंकलाब का है !

यूँ तो गलत नही होते अंदाज चेहरो के ,,
लेकिन लोग वैसे भी नही होते जैसे नजर आते है

"मुझे छोड़कर गर वो ख़ुश हैं, तो शिकायत कैसी,
और मैं उन्हे ख़ुश भी न देख सकुं...तो महोब्बत कैसी...।"

बहुत ही आसान है जमीं पर
आलिशान भवनो को बना लेना

दिल में जगह बनाने में .....
ज़िन्दगी गुजर जाया करती है...

सियासी ईट से वो रिश्तों की दीवारे बनाता है/ मोहब्बत का सबक़ देता है और तलवारे बनाता है

वो हमारे नहीं तो क्या गम है,
हम तो उन्हीं के है ये क्या कम है,
ना गम कम है ना आँसू कम हैं, देखते है रूलाने वाले में कितना दम है..???

�� ना ज़ख्म भरे,ना शराब सहारा हुई..!!    ना वो वापस लौटीं,ना मोहब्बत दोबारा हुई..!!��

तू रूठा रूठा सा लगता है...
कोई तरकीब बता मानाने की !

मैं ज़िन्दगी गिरवी रख दूंगा...
तू क़ीमत बता मुस्कुराने की !!

हमें स्कूल में त्रिकोण, चौकोण, लघुकोण, काटकोण, विशालकोण इत्यादी सब पढ़ाया जाता है!!
पर
जो जीवन में हमेशा उपयोगी  हैं  जो कभी पढ़ाया नाही जाता....
वो है"दृष्टिकोण."

Friends ki khushi

मैंने भगवान से कहा ,"मेरे सभी दोस्तों को खुश रखना."
______________________________________
भगवन बोले ,"ठीक है पर सिर्फ 4 दिन के लिय. वो चार दिन
तू बता,"
मैंने कहा ठीक है ,
" summer day "
❄" winter day "
" rainy day
" spring day "
_______________________________________
भगवान् confused हो गए बोले,"नहीं सिर्फ 3 दिन "
मैंने कहा," ठीक है ,
" yesterday "
✅" today "
" tomorrow "
____________________________________
भगवन फिर Confused बोले, "सिर्फ दो दिन .
"मैंने कहा ,"ठीक है
CURRENT DAY और
 NEXT DAY,"
_______________________________________
भगवान् फिर Confused बोले." सिर्फ 1 दिन ,
"मैंने कहा ,
"everyday"
___________________________________
भगवान हसने लगे और बोले अच्छा बाबा मेरा पीछा छोड़ो
"तुम्हारे दोस्त सदा खुश रहेगे"

इंसान और दोस्ती


❤❤❤❤
एक था भगवान,
एक था शैतान.....

❤❤❤❤
दोनों में जब झगड़ा हुआ तो,
बहुत हुआ नुकसान....

❤❤❤❤
दोनों ने मिलकर,
निकाला समस्या का समाधान....

❤❤❤❤
एक खिलौना बनाया,
और उसका नाम रखा इंसान....

❤❤❤❤
शैतान ने अपनी ताकते दी,
क्रोध,धंमड और जलन.....

❤❤❤❤
भगवान ने अपने अंश दिये,
प्यार,दया और सम्मान...

❤❤❤❤
भगवान से मुस्कराकर बोला शैतान,
❤❤❤❤
न तेरा नुकसान,न मेरा नुकसान......

❤❤❤❤
तू जीते या मैं जीतू,
हारेगा इंसान ....

और इसलिए कहते है...
❤❤❤❤
कोई टूटे तो उसे सजाना सीखो,
कोई रुठे तो उसे मनाना सीखो ...

रिश्ते तो मिलते है मुकद्दर से,
बस उन्हे खूबसूरती से निभाना सीखों।

जन्म लिया है तो सिर्फ साँसे⚡ मत लीजिये,
❤❤❤❤
जीने का शौक भी रखिये..

❤❤❤❤
शमशान ऐसे लोगो की राख से...भरा पड़ा है
जो समझते थे,,,
❤❤❤❤
दुनिया उनके बिना चल नहीं सकती.

❤❤❤❤
हाथ में टच फ़ोन,
बस स्टेटस के लिये अच्छा है…
❤❤❤❤
सबके टच में रहो,
जींदगी के लिये ज्यादा अच्छा है…

❤❤❤❤
ज़िन्दगी में ना ज़ाने कौनसी बात "आख़री" होगी!
ना ज़ाने कौनसी रात "आख़री" होगी ।

❤❤❤❤
मिलते, जुलते, बातें क रते रहो यार एक दूसरे से,
ना जाने कौनसी "मुलाक़ात" आख़री होगी...
✋✋✋✋✋✋✋✋
स्कूल की दोस्ती

  10th क्लास तक

यूनीवरसीटी की दोस्ती

    फायनल इअर तक

  ऑफिस की दोस्ती

रिटायरमेंट तक

लव्हर की दोस्ती
      शादी तक

        .....But....

     हमारी दोस्ती 
       आप से
❤❤❤❤
      30 February  तक
❤❤❤❤
       ......क्योंकि......
❤❤❤❤
ना कभी 30 February आयेगा
ना कभी हमारी दोस्ती का end  होगा✌
❤❤❤❤
Note:
ये मॅसेज उन दोस्तो को भेजो जीन का साथ आप पुरी जिंदगी भर नही छोडना छाहते ☺
❤❤❤❤
मुझे भी करे अगर आप मुझे खोना नही चाहते तो 
❤❤❤❤
ये मॅसेज सबको सेंन्ड करो और देखो कीतने लोग आपको खोना नही चाहते.
❤❤❤❤

सोमवार, 23 फ़रवरी 2015

अक्स

जो ओरॊ के चेहरे पर मुस्कराहट देखना चाहते है
ऊपर वाला उनकी मुस्कराहट कभी नहीं छीनता..!!

बस इन्सान ही है जो किसी से मिलता जुलता नहीं,
वरना ज़माना तो भरपूर मिलावट का चल रहा है. .!!

किसी को जन्नत की खवाहिश है तो कोई अपने ग़म से परेशां,
ज़रूरतें सजदा करवाती हैं वरना आजकल इबादत कौन करता है..!!

"जली हुई राेटीयों पर बहुत शोर मचाया था ऐ दोस्त तुमने!
अगर माँ की जली हुई उंगलियां देख लेते तो भूख ही मिटा जाती!! "

पत्तों सी होती है कई रिश्तों की उम्र..
आज हरे.. .. कल सूखे

क्यों ना हम जड़ों से सीखें..
...रिश्तेदारी निभाना ।।

धूल चहेरे पे थी और आयना साफ करता रहा


" इन्सान ,
   घर बदलता है ...
   लिबास बदलता है ...
   रिश्ते बदलता है ...
   दोस्त बदलता है ...
   फिर भी परेशान क्यों रहेता है ....
   क्योकि वो खुद को नहीं बदलता ...  "

  इसलिए मिर्ज़ा ग़ालिब ने कहा था  :
  " उमर भर ग़ालिब यही भूल करता रहा  ,
   धूल चहेरे पे थी और आयना साफ करता रहा  !!! "

अक्ल बङी या भैंस (हास्य-व्यंग)

अक्ल बङी या भैंस (हास्य-व्यंग)

महामूर्ख दरबार में,
लगा अनोखा केस
फसा हुआ है मामला, ...
अक्ल बङी या भैंस

अक्ल बङी या भैंस,
दलीलें बहुत सी आयीं
महामूर्ख दरबार की
अब,देखो सुनवाई

मंगल भवन अमंगल हारी-
भैंस सदा ही अकल पे भारी
भैंस मेरी जब चर आये चारा
पाँच सेर हम दूध निकारा

कोई अकल ना यह कर पावे
चारा खा कर दूध बनावे

अक्ल घास जब चरने जाये
हार जाय नर अति दुख पाये

भैंस का चारा
लालू खायो
निज घरवारि
सी.एम. बनवायो

तुमहू भैंस का चारा खाओ
बीवी को सी.एम. बनवाओ

मोटी अकल मन्दमति होई
मोटी भैंस दूध अति होई

अकल इश्क़ कर कर के रोये
भैंस का कोई बाँयफ्रेन्ड ना होये

अकल तो ले मोबाइल घूमे
एस.एम.एस. पा पा के झूमे

भैंस मेरी डायरेक्ट पुकारे
कबहूँ मिस्ड काल ना मारे

भैंस कभी सिगरेट ना पीती
भैंस बिना दारू के जीती

भैंस कभी ना पान चबाये
ना ही इसको ड्रग्स सुहाये

शक्तिशालिनी शाकाहारी
भैंस हमारी कितनी प्यारी

अकलमन्द को कोई ना जाने
भैंस को सारा जग पहचाने

जाकी अकल मे गोबर होये
सो इन्सान पटक सर रोये

मंगल भवन अमंगल हारी
भैंस का गोबर अकल पे भारी

भैंस मरे तो बनते जूते
अकल मरे तो पड़ते जूते।

विनम्रता सर्वश्रेस्ठ धन

जीभ जन्म से होती है
और मृत्यु तक रहती है.....
क्योकि वो कोमल होती है.
दाँत जन्म के बाद में आते है
और मृत्यु से पहले चले जाते हैं..
क्योकि वो कठोर होते है।

छोटा बनके रहोगे तो
मिलेगी हर बड़ी रहमत...
बड़ा होने पर तो
माँ भी गोद से उतार देती है..

  ज़िन्दगी की सही  परिभाषा....


                कभी खुशी की
                      आशा,
                 कभी ग़म की
                     निराशा,
              कभी खुशियों की
                       धूप,
              कभी हकीक़त की
                      छाया,
                 कुछ खोकर....
             कुछ पाने की आशा..
                 शायद यही है
              ज़िन्दगी की सही
                 परिभाषा....
             

मायके गई पत्नी को रोमांटिक मैसेज

पत्नी लड़ने के बाद मायके जाती है और फिर जब पति कि याद आती है तो कैसे घरेलू गार्हस्थ्य रोमांटिक मैसेज भेजती है:

"मेरी मोहब्ब्त को अपने दिल में ढूंढ लेना;
और हाँ, आटे को अच्छी तरह गूँथ लेना!

मिल जाए अगर प्यार तो खोना नहीं;
प्याज़ काटते वक्त बिलकुल रोना नहीं!

मुझसे रूठ जाने का बहाना अच्छा है;
थोड़ी देर और पकाओ आलू अभी कच्चा है!

मिलकर फिर खुशियों को बाँटना है;
टमाटर जरा बारीक़ ही काटना है!

लोग हमारी मोहब्ब्त से जल न जाएं;
चावल टाइम पे देख लेना कहीं गल न जाएं!

कैसी लगी हमारी ग़जल बता देना;
नमक कम लगे तो और मिला लेना!

पति का रिप्लाई:
तुम्हारी यही अदा तो दिल को भा गईं थी।
तुम्हारे जाते ही पड़ोसन खाना पकाने आ गई थी।