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सोमवार, 8 जून 2015

छोटी छोटी बातों में 'बंट' गए......

जब छोटे थे तो.
बड़ी बड़ी बातों में 'बह' गए
और
जब बड़े हुए तो.
छोटी छोटी बातों में 'बंट' गए...............।
बेताबियाँ समेट के सारे जहान की जब
कुछ न बन सका तो मेरा दिल बना दिया..........।
तेरे एक इशारे पे हम इल्जाम अपने नाम ले लेते
बेवजह, झूठे इल्जाम लगाने की जरुरत क्या थी.........।
ज्यादातर लड़को का करियर तो वही खत्म
हो जाता है
जब
आगे के बेंच पर बैठी लड़की
पीछे मुड़कर स्माइल के साथ पेन  पेंसिल
मांग लेती है...............।
माना की तुम जीते हो ज़माने के लिये!
एक बार जी के तो देखो हमारे लिये!
दिल की क्या औकात आपके सामने!
हम तो जान भी दे देंगे आपको पाने के लिये!........।
हर वक्त,हर रोज..तेरा ही खयाल.
ना जाने किस कर्ज की किश्त हो तुम..........।
ना तोल मेरी  मोहब्बत  अपनी  दिल्लगी  से  देखकर मेरी  चाहत  को अक्सर  तराजु  टुट जाते हैं........।
एक चाहत थी
तेरे साथ जीने की.
व्रना
मोहब्बत तो
किसी से भी हो सकती थी..........।❤
✋आ मिल कर ढूंढ ले कोई वजह फिर से एक हो जाने की
यूँ बिछड़े बिछड़े न तुम अच्छे लगते हो और न  ही मैं.........।✋
नहीं सजदे किए हमने कभी
ग़ैरों की चौखट पर.
हमें जितनी जरूरत पड़ती है
खुदा से मांग लेते हैं.........।❤
करता नहीं तुमसे ये दिल शिकायत मगर,
कहना ये चाहता है कि तुम अब वो नहीं रहे..!!.......।
सामान बाँध लिया है मैंने अपना अब बता भी दो,
कहाँ रहते हैं वो लोग जो कहीं के नहीं रहते

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