शराब पीने दे मस्जिद में बैठ कर
एक ही विषय पर 5 महान शायरों का नजरिया....
.1- Mirza Galib :
"शराब पीने दे मस्जिद में बैठ कर,
या वो जगह बता जहाँ ख़ुदा नहीं।"
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2- Iqbal
"मस्जिद ख़ुदा का घर है, पीने की जगह नहीं ,
काफिर के दिल में जा, वहाँ ख़ुदा नहीं।"
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3- Ahmad Faraz
"काफिर के दिल से आया हूँ मैं ये देख कर, खुदा मौजूद है वहाँ, पर उसे पता नहीं।"
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4- Wasi
"खुदा तो मौजूद दुनिया में हर जगह है,
तू जन्नत में जा वहाँ पीना मना नहीं।"
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5- Saqi
"पीता हूँ ग़म-ए-दुनिया भुलाने के लिए,
जन्नत में कौन सा ग़म है इसलिए वहाँ पीने में मजा नही।"
कुछ नज़र आता नहीं उस के तसव्वुर के सिवा
जवाब देंहटाएंहसरत-ए-दीदार ने आँखों को अंधा कर दिया
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""ग़ालिब"" तू अपना रुख मोड़ क्यों नही देता...
जवाब देंहटाएंज़रे-ज़रे में ख़ुदा है तू शराब छोड़ क्यों नही देता...!!!
##वसीम..कुरैशी..!!
वाह
हटाएंBahut acche
हटाएंBahut khoob ji
हटाएं#Vaseem bhai sabse lajawab Answer aap hi ka
हटाएंगालिब ने रुख मोड तो दिया पर उसे खुदा शराब में भी दिख गया
हटाएंBhot sahi
हटाएंमुझे नशा है तुझे याद करने का...!
जवाब देंहटाएंऔर ये नशा मैं सरे आम करता हु...!!
��मनीष��
bahut shandar
जवाब देंहटाएंnew sixth reply...
जवाब देंहटाएंखुदा अपने अर्स- ए-अजीम पर हे
जवाब देंहटाएंयह अकिदा रखना कुफ्र है,कि खुदा जमीन पर है,
सददाम कलमकार
जन्नत में पीने की बात कर रहे हो क्या सोचकर, आमाल तो ऐसे कर लो के जन्नत मिले तुम्हें
जवाब देंहटाएंइस टिप्पणी को लेखक द्वारा हटा दिया गया है.
जवाब देंहटाएंKhuda kaha hajir hae itni muche fursat nahi khuda ki talaas mae
जवाब देंहटाएंले चल कफन में छुपा कर कब्र में बैठ कर पिया करेंगे खुदा जब करेगा अपनी गुनाह का फैसला तो उससे भी जाम दिया करेंगे
जवाब देंहटाएंMasjid mein baithkar pine dega Khuda magar
जवाब देंहटाएंtu wo sharaab la jismein nasha nahi
(Mansoor Ahmad, Shahabad, Rampur)
𝐰𝐚𝐡 𝐛𝐚𝐡𝐮𝐭 𝐤𝐡𝐨𝐢𝐛
हटाएंBahut shukriya
हटाएंYun to rakhte Hain Hum tasvvure yaar Se Bhi kina
जवाब देंहटाएंMagar sukun bhi kahan zikre Yaar Ke Bina
Jahan Gam nahin wahan pina nahin
जवाब देंहटाएंJahan Gam hai wahan pina hai
Jaake khuda se Puchh ye sarabi
kahan pina hai kahan pina nahin
छोड दे ये piyala sharaab का ए गुलशन जो गम भूला दे ऐसी कोई शरब नहीं
जवाब देंहटाएंJannat ibadat ki jagah hai waha peney ki jagah nahi tu jahnam Mai jakey pee waha Pina mana nahi
जवाब देंहटाएंजन्नत में है शराब जमीं पर शराब है ,
जवाब देंहटाएंईज़ाद ये ख़ुदा की बड़ी लाज़वाब है ।
पीने को फरिश्तें भी तरसते है इसको,,
यारों बताओ किस तरह ये ख़राब है ॥
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जवाब देंहटाएंजन्नत मे भी मिलेगी इस शर्त पर शराब,
जवाब देंहटाएंदुनिया मे पीकर न की हो आखीरत खराब
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जवाब देंहटाएंhttps://www.hindishayaribest.com/2020/11/zahid-sharab-peene-de-masjid-mein-beth.html?m=1
जवाब देंहटाएंKashif Ahmad-6) year 2019 "जन्नत में ग़म है दर्जों का तुझे पता नहीं, मिलती है वहाँ शराब-ऐ-तुहूर दुनिया की शराब में मज़ा नहीं |"
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