शायरी कविताएँ - गम यादें : sweet sad fun dard poem sms for friends girlfriend wife for every occassion -morning evening and night
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शनिवार, 29 जुलाई 2023
नासूर
नासूर
वक़्त नूर को बेनूर बना देता है!
छोटे से जख्म को नासूर बना देता है!
कौन चाहता है अपनों से दूर रहना
पर वक़्त सबको मजबूर बना देता है!
नसीब
नसीब
दिल में है जो दर्द वो दर्द किसे बताएं!
हंसते हुए ये ज़ख्म किसे दिखाएँ!
कहती है ये दुनिया हमे खुश नसीब!
मगर इस नसीब की दास्ताँ किसे बताएं!
तन्हाई बेहतर है.
तन्हाई बेहतर है.
*तन्हाई बेहतर है...*
*मतलबी लोगों से*
*कदर होती है इंसान*
*की जरुरत पड़ने पर ही.*
*बिना जरुरत के तो*
*हीरे भी तिजोरी में रहते है*
लाख पता बदला, मगर पहुँच ही गया..
ये ग़म भी था कोई डाकिया ज़िद्दी सा।
मेरी दर्द की
एक दुकान है
जो सिर्फ अपनों की
मेहरबानी से चलती है
इम्तिहान
इम्तिहान
"जाना कहा था और कहां आ गए,
दुनिया में बन कर मेहमान आ गए,
अभी तो प्यार की किताब खोली थी,
और न जाने कितने इम्तिहान आ गए।"
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