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बुधवार, 4 मार्च 2015

अभी सुरज नहीं डूबा जरा सी शाम होने दो

अभी सुरज नहीं डूबा जरा सी शाम होने दो.मै खुद लौट जाऊगा मुझे नाकाम तो होने दो.मुझे बदनाम करने का बहाना ढूंढता है जमाना.मैं खुद हो जाऊंगा बदनाम पहले मेरा नाम तो होने दो..................।

तुमने तो दर्द बया कर दिया,
ज़माने के आगे रोकर।
हम खामोश थे.
सोचो हम पर क्या बीती होगी...................

कहना जरुरी नहीँ होता ये समझने की बात है !
हम मोहब्बत मेँ खामोश जरुर हैँ
पर पिछे नहीँ..................।

वक्त ने कई जख्म भर दिए,
मै भी बहुत कुछ भूल चुका हूँ.
पर किताबों  पर धूल जमने से
कहानियाँ कहाँ बदलती है...................।

एक बात हमेशा याद रखना दोस्तों
ढूंढने पर वही मिलेंगे
जो खो गए थे,
वो कभी नहीं मिलेंगे
जो बदल गए है.............।

☀हमे भी आते है
अंदाज दिल तोडने के;
हर दिल मे खुदा बसता है
ये सोच कर चूप हो जाते है…............।

रिश्ते खराब होने की एक वजह येभी है,
कि लोग अक्सर टूटना पसंद करते है पर झुकना नही..............।

अगर लोग आपको केवल जरुरत पर ही याद करते है,
तो बुरा मत मानिये बल्कि गर्व कीजिये,
क्योंकि
एक मोमबत्ती की याद तब आती है जब अँधेरा होता है ....

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