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गुरुवार, 5 मार्च 2015

सरदारजी का स्टेशन

सरदार टी टी से :
मुझे सुबह 4 बजे लुधियाना में उठा देना । अगर में ना जागू तो ज़बरदस्ती उतार देना..

सुबह 8 बजे सरदार जागा तो लुधियाना निकल चूका था और ट्रेन अमृतसर पहुँच रही थी ..

सरदार टी टी को खूब गालियाँ देने लगा .. टी टी चुप चाप  था ।

लोगों ने टी टी  से कहा :  वो इतनी गालियाँ दे रहा है और चुप चाप सुन रहे हो ?

टी टी  :  वाहे गुरु की कसम , में ये सोच रहा हूँ की सुबह 4 बजे जिस सरदार को ज़बरदस्ती उतार दिया था, वो  कितनी गालियाँ दे  रहा होगा ....

करो फोर्वोर्ड....ये तो पक्का नया है..!
❄❄

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