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गुरुवार, 5 मार्च 2015

जिन्दगी ने बहुत कुछ सीखा दिया

प्रत्येक लाइन गहराई से पढ़े-

✅ गरीब दूर तक चलता है.....
खाना खाने के लिए......।
✅ अमीर मीलों चलता है.....
खाना पचाने के लिए......।
✅ किसी के पास खाने के लिए.....
एक वक्त की रोटी नहीं है.....
✅ किसी के पास खाने के लिए.....
वक्त नहीं है.....।
✅ कोई लाचार है....
इसलिए बीमार है....।
✅ कोई बीमार है....
इसलिए लाचार है....।
✅ कोई अपनों के लिए....
रोटी छोड़ देता है...।
✅ कोई रोटी के लिए.....
अपनों को छोड़ देते है....।
✅ ये दुनिया भी कितनी निराळी है।
कभी वक्त मिले तो सोचना....
✅ कभी छोटी सी चोट लगने पर
रोते थे....
आज दिल टूट जाने पर भी
संभल जाते है।
✅ पहले हम दोस्तों के साथ रहते थे...
आज दोस्तों की यादों में रहते है...।
✅ पहले लड़ना मनाना रोज का काम था....
आज एक बार लड़ते है,
तो रिश्ते खो जाते है।
✅ सच में जिन्दगी ने बहुत कुछ
सीखा दिया,
जाने कब हमकों इतना बड़ा बना दिया।

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