कुल पेज दृश्य

शनिवार, 29 जुलाई 2023

नसीब


नसीब



दिल में है जो दर्द वो दर्द किसे बताएं!


हंसते हुए ये ज़ख्म किसे दिखाएँ!


कहती है ये दुनिया हमे खुश नसीब!


मगर इस नसीब की दास्ताँ किसे बताएं!

कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें