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गुरुवार, 28 मई 2015

आज का सच

आज का सच
जहां तक रिश्तों का सवाल है.
लोगो का आधा वक़्त.
अन्जान लोगों को इम्प्रेस करने और
अपनों को इग्नोर करने में चला जाता हैं...!!!!.......।
खेल ताश का हो या जिंदगी का अपना इक्का तब ही दिखाना जब सामने बादशाह हो............।⌚
मेरी तन्हाइयां करती हैं जिन्हे याद सदा,
उन को भी मेरी ज़रूरत हो ज़रूरी तो नहीं...!!!.........।
भारत के नोटों की एक खासियत
नोट चाहे जैसा भी
मैला ,कुचैला फटा जला मुड़ा
हुआ क्यों ना हो
गांधी हमेशा हँसता रहता है............।
ऐसा कोई दिल नही जो कभी टुटा नही.काँच से
उमीद क्या रखना.........।
में बंदूक और गिटार दोनों चलाना जानता हूं तय तुम्हे करना हे की आप कौन सी धुन पर नाचोगे.........।
तेरे लिए कभी इस दिल ने बूरा नहीं चाहा.
ये और बात हैं के, मुझे ये साबित, करना नहीं आया..!!.......।
☎हमारा कत्ल करने को मीठी जुबान है काफी,
अजीब शख्स है वो जो खंजर तलाश करता है।..............।
मैं अपनी 'ज़िंदगी' मे हर किसी को'अहमियत देता
हूँ.क्योंकि जो अच्छे' होंगे वो 'साथ' देंगे.और जो
'बुरे' होंगे वो 'सबक' देंगे...!!..........।
इस संसार में कुछ ऐसी चीजें भी है जिन्हें
हम बचपन से लेकर आज तक किताबों के
अलावा सच में नहीं देख पाए है
जैसे "ठ" से ठठेरा...........।
असल में वही.
       जीवन की चाल समझता है.
जो सफ़र की धूल को.
गुलाल समझता है.............।
सांसे तो बस दिखाने के लिये लेते है;
वरना  जिंदगी तो हमारी तुम ही हो.............।
सुना है रात देर तक जागते हो.
यादो के मारे हो या, मेरी तरह 'ईश्क' मै हारे हो...

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