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शनिवार, 20 जून 2015

Poem on international yoga day

अन्तरराष्ट्रीय योग दिवस दिनांक-21 जून, 2015

1. योग दिवस में भाग लीजिए - भ्रम-कुयोग सब दूर कीजिए॥
2. योगी बनें-विवेक जगायें - भेद मिटायें-प्रेम बढ़ायें॥
3. योगी बनें-कुयोग मिटायें - स्वस्थ, समुन्नत राष्ट्र बनायें॥
4. योग दिवस की यही पुकार - सबकी सेवा-सबसे प्यार॥
5. योग हेतु छेड़ो अभियान - इससे होगा जनकल्याण॥
6. योग दिवस सब लोग मनायें - श्रेष्ठ बनें और श्रेष्ठ बनायें॥
7. सच्चा योगी उसको मानें - जो सबको अपना प्रिय मानें॥
8. योग करेगा यह जग सारा - विश्व बनेगा स्वर्ग सा प्यारा॥
9. योग प्यार-सहकार जगाये - समता का आधार बढ़ाये॥
10. घर-घर में हो योग सबके - खुशहाल बनें हर एक तबके॥
11. योग विश्व परिवार बनाये - प्रेम और सहकार जगाये॥
12. योग से अपना तेज बढ़ायें - मन में नव-उल्लास जगायें॥
13. नव युग का आधार है योग - उज्जवल भविष्य शुभ संयोग॥
14. योग का अनुशासन अपनायें - इस धरती को स्वर्ग बनायें॥
15. योग का नित्य अभ्यास हो - अन्तर् उत्कर्ष की प्यास हो॥
16. संस्कृति का सार है योग - संस्कारों का आधार है योग॥
17. योग से उत्तम स्वास्थ्य बनायें - मन से स्वच्छ सभी हो जायें॥
18. योग से हो सबका उत्थान - जन-जन जागे,बने महान्॥
19. योगी बन सब रोग मिटायें - स्वस्थ, समुन्नत जीवन पायें॥
20. मेरा भारत बने महान् - जन-गण-मन का हो उत्थान॥
21. योग से शुभ सद्ज्ञान जगेगा - भारत का सम्मान बढ़ेगा॥
22. योग से खुशहाली बढ़ेगी - हरियाली से धरती भरेगी॥
23. योग से नया युग सजेगा - तेजस्वी हर मानव बनेगा॥
24. गाँव-गाँव में होगा योग - स्वस्थ बनें सब भागे रोग॥
25. तनाव से मिले छुटकारा - केवल एक योगसहारा॥
26. योग का अनुशासन अपनाओ - स्वस्थ, समुन्नत जीवन पाओ॥
27. ऋषि संस्कृति की शान है योग - नवयुगका उत्थान है योग॥
28. भारत की पहचान है योग - नया विश्व निर्माण है योग॥
29. आओ सब मिल योग करें - जीवन का सदुपयोग करें॥
30. योग बहाये सद्भाव की धारा - बँधे प्यार से यह जग सारा॥योग की जय हो, कुयोग का नाश हो।प्राणियों में सद्भावना हो, विश्व का कल्याण हो॥भारत माता की जय॥

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