शायरी कविताएँ - गम यादें : sweet sad fun dard poem sms for friends girlfriend wife for every occassion -morning evening and night
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बुधवार, 30 मई 2018
मंगलवार, 13 मार्च 2018
डाकू ग़ालिब : When shayar becomes a Decoit
डाकू ग़ालिब : When shayar becomes a Decoit
ग़ालिब ग़रीबी से तंग आकर
डाकू बन गए और डकैती करने एक बैंक गए ,
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बैंक में घुसते ही हवाई फ़ायर करते हुए " अर्ज़ किया -
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"तक़दीर में जो है वही मिलेगा,
हैंड्स-अप कोई अपनी जगह से नहीं हिलेगा...!!
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ग़ालिब ने फिर ऊँची आवाज़ में अर्ज़ किया
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"बहुत कोशिश करता हूँ उसकी यादों को भुलाने की,
ध्यान रहे कोई कोशिश न करना पुलिस बुलाने की..."
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फिर कैशियर की कनपटी पे बंदूक रखते हुए कहा-
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"ए ख़ुदा तू कुछ ख़्वाब मेरी आँखों से निकाल दे,
जो कुछ भी है, जल्दी से इस बैग में डाल दे..."
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कैश लेने के बाद ग़ालिब ने लाॅकर की तरफ़ इशारा करके कैशियर से कहा -
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"जज़्बातों को ना समझने वाला इश्क़ क्या सम्हालेगा
लाॅकर का पैसा क्या तेरा अब्बू बाहर निकालेगा .."
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जाते जाते एक और हवाई फ़ायर करते हुए अर्ज़ किया -
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"भुला दे मुझको क्या जाता है तेरा,
मार दूँगा गोली जो किसी ने पीछा किया मेरा..."
शुक्रवार, 9 फ़रवरी 2018
चिराग
चिराग
मैं तो चिराग हुँ
तेरे आशियाने का,
कभी ना कभी
तो बुझ जाऊंगा,
आज शिकायत है
तुझे मेरे उजाले से,
कल अँधेरे में बहुत याद आऊंगा..
रविवार, 17 सितंबर 2017
जख्म
जख्म
लोग शोर से जाग जाते हैं साहब, मुझे एक इंसान की ख़ामोशी सोने नही देती !!!
झूठी हँसी से ...जख्म और बढ़ता गया..
इससे बेहतर था ...खुलकर रो लिए होते..
कितना मुश्किल हैं जीना...!!!
जिसके लिये जीना... उसके बिना जीना.
आँसू मेरे देखकर तू परेशान क्यों है ऐ जिंदगी ,
ये वो अल्फाज हैं जो जुबान तक आ न सके ..!!
[रह गयी है कुछ 'कमी' तो, शिकायत क्या है ,
इस जहाँ में सब 'अधूरा ' है ,मुकम्मल क्या है
रोकने की कोशिश तो बहुत की पलकों ने
पर इश्क मे पागल थे आंसू खुदखुशी करते रहे…
बड़े याद आते हैं वो भूले बिसरे दिन,
कुछ तेरे साथ......कुछ तेरे बिन...!
ये जीवन है...साहेब..
*उलझेंगे नहीं,
*तो सुलझेंगे कैसे...
*और बिखरेंगे नहीं,
*तो निखरेंगे कैसे....
खुद को औरों की तवज्जो का तमाशा न करो,
आइना देख लो अहबाब से पूछा न करो,
शेर अच्छे भी कहो, सच भी कहो, कम भी कहो,
दर्द की दौलत-ए-नायाब को रुसवा न करो।
शनिवार, 19 अगस्त 2017
शराब
शराब
ये वहम है तेरा कि
मुझे बेहोश करती है शराब...
होश था ही कब मुझे ,
तुझसे इश्क़ होने के बाद !!!
शनिवार, 12 अगस्त 2017
Lovely lines from Ghalib: फ़ना
Lovely lines from Ghalib...
ख़ुदा की मोहब्बत को फ़ना कौन करेगा?
خُدا کی مہبت کو فنا کون کریگا؟
सभी बन्दे नेक हों तो गुनाह कौन करेगा?
سبھی بندے نئک ہوں تو گناہ کون کریگا؟
ऐ ख़ुदा मेरे दोस्तों को सलामत रखना
اے خُدا میرے دوستوں کو سلامت رکھنا
वरना मेरी सलामती की दुआ कौन करेगा
ورنہ میری سلامتی کی دُعا کون کریگا
और रखना मेरे दुश्मनों को भी महफूज़
اور رکھنا میرے دُشمنوں کو بہی مہفوذ
वरना मेरी तेरे पास आने की दुआ कौन करेगा...!!!
ورنہ میری تیرے پاس آنے کی دُعا کون
کریگا۔۔۔۔!!!