प्रिय दिसंबर,
तुम कृपा वापिस आ जाओ, तुम तो सिर्फ नहाने नहीं देते थे। जनवरी
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तो हाथ भी धोने नहीं दे रहा।...
आजकल तो धूप भी मोहल्ले की सबसे खूबसूरत लड़की जैसी हो गई है .....
दिखती कम है .
और जब दिखती है तो सारा मोहल्ला बाहर निकल आता है
❤️
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