कसोटी में गंगा रखो
शरीर को चंगा रखो
दिमाग़ को ठंडा रखो
जेब को गरम रखो
आखो में शरम रखो
जुबान को नरम रखो
दिल में रहम रखो
क्रोध पर लगाम रखो
व्यव्हार को साफ़ रखो
होटो पर मुस्कुराहट रखो
फिर स्वर्ग मे जाने की क्या जरूरत
स्वस्थ रहो व्यस्थ रहो मस्त रहो
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