कुल पेज दृश्य

शनिवार, 30 मई 2015

जीने का अलग अंदाज

हमारे जीने का अलग अंदाज है
एक आँख में आँसू तो दूसरे में ख्वाब है
टूटे हुए ख्वाबो पे आँसू बहा लेते है....
और दूसरी आँख में फिर से ख्वाब सज़ा लेते है....

कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें