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मंगलवार, 24 फ़रवरी 2015

शायरों के अंदाज़

दो मशहूर शायरों के अपने-अपने अंदाज…

पहले मिर्ज़ा गालिब :-

– “उड़ने दे इन परिंदों को आज़ाद फिजां में ‘गालिब’
जो तेरे अपने होंगे वो लौट आएँगे…”

शायर इकबाल का उत्तर :-

– “ना रख उम्मीद-ए-वफ़ा किसी परिंदे से …
जब पर निकल आते हैं …
तो अपने भी आशियाना भूल जाते हैं…”

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